अक्सर आपने आपने बड़ो से सुना होगा की इसे nazar लग गयी है हमारे समाज में nazar lagna बहुत बड़ा दोष माना गया है । इससे व्यक्ति मानसिक और शारीरक दोनों रूपों से बीमार पड़ सकता है । ऐसा नहीं है की नज़र सिर्फ व्यक्ति को लगती है ऐसा भी हो सकता की नज़र उसके vyapar या उसके काम को भी लग सकती है । अगर हम nazar lagna की बात करते है तो यह तक कहा जाता है की माँ की नज़र भी आपने बच्चे को लग जाती है ।
क्या ये नजर (Evil Eye) बच्चों को ही लगती है?
लेकिन ऐसा नहीं है यदि ऐसा होता तो फिर लोग ऐसा क्यों कहते हैं कि मेरे काम धंधे को नजर (Evil Eye) लग गई है. नया कपड़ा, जेवर आदि कट फट जाएं तो भी यही कहा जाता है कि किसी की nazar ल्रग गई.
लोग हमेशा यही पूछते हैं कि nazar lagna (Evil Eye) लगती कैसे है? इसके मुख्य लक्षण क्या हैं? अगर नजर लग जाए तो उससे कैसे छुटकारा पाया जाएं? इसी बात को ध्यान में रखकर यहां नजर के लक्षण, नजर लगने के कारण तथा उपाय का इस लेख में बताये जा रहे है.
Nazar Utarne के लिए करे ये उपाय
- यदि बच्चे ने दूध पीना या खाना छोड़ दिया हो तो आप रोटी या दूध को बच्चे पर से ‘आठ’ बार उतार के कुत्ते या गाय को खिला दें.
- किसी भी व्यक्ति जिसको नजर (Evil eye) लगी है आप नमक, कुछ राई के दाने, पीली सरसों, लाल मिर्च, पुरानी झाडू का एक टुकड़ा लेकर नजर लगे व्यक्ति पर से ‘आठ’ बार उतार कर अग्नि में जला दें. यदि ‘नजर’ लगी होगी तो मिर्चों के जलने धांस नहीँ आयेगी. वर्ना आप भी जानते है कि खांसते-खांसते बुरा हाल हो जाता है.
- अगर आपको ये शंका हो कि इस व्यक्ति ने ही नजर (Evil eye) लगाई है तो उस व्यक्ति को आप बुलाकर ‘नजर’ लगे व्यक्ति पर उससे हाथ फिरवाने से लाभ होता है.
- पश्चिमी देशों में नजर (Evil eye) लगने की आशंका के चलते ‘टच वुड’ कहकर लकड़ी के फर्नीचर को छू लेता है और ऐसी मान्यता है कि उसे नजर नहीं लगेगी.
- ईसाई धर्म में गिरजाघर से पवित्र जल लाकर नजर (Evil eye) लगे व्यक्ति को पिलाने का भी चलन है.
- इस्लाम धर्म के अनुसार ‘नजर’ वाले पर से ‘अण्डा’ या ‘जानवर की कलेजी’ उतार के ‘बीच चौराहे’ पर रख दें. दरगाह या कब्र से फूल और अगरबत्ती की राख लाकर ‘नजर’ वाले के सिरहाने रख दें या खिला दें.
- एक लोटे में पानी लेकर उसमें नमक, खड़ी लाल मिर्च डालकर आठ बार उतारे. फिर थाली में दो आकृतियाँ. एक काजल से, दूसरी कुमकुम से बनाए और लोटे का पानी थाली में डाल दें. फिर एक लम्बी काली या लाल रङ्ग की बिन्दी (रुई की मोटीबाती) लेकर उसे तेल में भिगोकर ‘नजर’ वाले पर उतार कर उसका एक कोना चिमटे या सँडसी से पकड़ कर नीचे से जला दें और उसे थाली के बीच ऊपर रखें तब गरम काला तेल पानी वाली थाली में गिरेगा और यदि नजर लगी होगी तो फिर छनछन आवाज आएगी अन्यथा नहीं.
- एक नींबू लेकर आठ बार उतार कर काट कर फेंक दें.
- चाकू से जमीन पे एक आकृति बनाए और फिर चाकू से ‘नजर’ वाले व्यक्ति पर से एक एक कर आठ बार उतारता जाए और आठों बार जमीन पर बनी आकृति को काटता जाए इससे भी लगी नजर (Evil eye) उतर जाती है.
- गोमूत्र पानी में मिलाकर थोड़ा थोड़ा पिलाए और उसके आस-पास पानी में मिलाकर छिड़क दें. यदि स्नान करना हो तो थोड़ा स्नान के पानी में भी डाल दें.
- थोड़ी सी राई, नमक, आटा या चोकर और 3, 5 या 7 लाल सूखी मिर्च लेकर. जिसे ‘नजर’ लगी हो. उसके सिर पर सात बार घुमाकर आग में डाल दें. ‘नजर-दोष’ होने पर मिर्च जलने की गन्ध नहीं आती है ये उत्तम उपाय है.
- पुराने कपड़े की सात चिन्दियाँ लेकर,सिर पर सात बार घुमाकर आग में जलाने से ‘नजर’ उतर जाती है.
- झाडू को चूल्हे या गैस की आग में जला कर फिर चूल्हे या गैस की तरफ पीठ कर के,बच्चे की माता इस जलती झाडू को 7 बार इस तरह स्पर्श कराए कि आग की तपन बच्चे को न लगे और तत्पश्चात् झाडू को अपनी टागों के बीच से निकाल कर बगैर देखे ही,चूल्हे की तरफ फेंक दें. कुछ समय तक झाडू को वहीं पड़ी रहने दें-बच्चे को लगी नजर दूर हो जायेगी.
- नमक की डली,काला कोयला,डंडी वाली 7 लाल मिर्च,राई के दाने तथा फिटकरी की डली को बच्चे या बड़े पर से 7 बार उबार कर फिर आग में डालने से सबकी नजर दूर हो जाती है.
- फिटकरी की डली को, 7 बार बच्चे या बड़े या पशु पर से 7 बार उबार कर आग में डालने से नजर तो दूर होती ही है. नजर लगाने वाले की धुंधली सी शक्ल भी फिटकरी की डली पर आ जाती है और फिटकरी के फूलने पे उसकी आकृति दिखती है.
- तेल की बत्ती जला कर,बच्चे या बड़े या पशु पर से 7 बार उबार कर दोहाई बोलते हुए दीवार पर चिपका दें और यदि नजर लगी होगी तो तेल की बत्ती भभक भभक कर जलेगी और नजर न लगी होने पर शांत हो कर जलेगी.
Nazar Utarne Ke Mantra
बच्चों के साथ -साथ किसी भी व्यस्क व्यक्ति पर बुरी नजर लगने जैसे संकेत दिखाई देने पर आप इस शाबर मंत्र द्वारा उपचार करें | Rog Mukti Ke upay को तुरंत ही आराम मिलने लगेगा : –
ॐ नमो नजर जहाँ पद पीर न जानो |
बोले छल सों अमृत बानी |
कहो नजर कहाँ ते आई |
यहाँ की ठौर तोहि कौन बताई |
कौन जात तेरी , कहाँ ठाम |
किसकी बेटी क्या तेरो नाम |
कहाँ से उड़ी , कहाँ की जाया |
अब ही बस कर ले तेरी माया |
मेरी जात सुनो चितलाय |
जैसी होय सुनाऊँ आय |
तेलन ,तमोलन, चुहड़ी , चमारी |
कायथनी, खतरानी , कुम्हारी |
महतरानी, राजा की रानी |
जाको दोष ताहि सिर पड़े |
जाहर पीर नजर ते रक्षा करे |
मेरी भक्ति, गुरु की शक्ति |
फुरे मंत्र ईश्वरो वाचा ||
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